विज्ञान शिक्षकों के लिए एससीईआरटी द्वारा आयोजित वर्चुअल लैब के माध्यम से विज्ञान प्रशिक्षण 26 जून से 2 जुलाई तक की शुरुआत हुई।पहला दिन था और यह वर्चुअल लेब में विभाग द्वारा पहली बार ही हो रही थी तो उत्सुकता भी थी कि क्या होने वाला है? मैने रा0इ0का0 जयंती कोठियाड़ा में प्रतिभाग किया। तीन अन्य साथी वहां पर थे तो कुल मिलाकर 4 साथी। शुरुआत में कनेक्टिविटी में थोड़ी परेशानी हुई थी। दीपक बुटोला जी ने प्रयास करके यह समस्या किसी तरह दूर की। एस0सी0ई0आर0टी0 देहरादून से कार्यशाला की औपचारिक शुरुआत की गई।
डॉ0 प्रदीप रावत जी द्वारा ओपन एजुकेशन रिसोर्सेज के बारे में बताया गया जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी थी। इस कार्यशाला कि आज के दिन की सबसे उपयोगी जानकारी प्राप्त हुई,जो कि आपके साथ जरूर साझा करना चाहूंगी।
यूट्यूब आजकल ऑनलाइन एजुकेशन का प्रचलित माध्यम बना हुआ है, किंतु हम सभी जानते हैं, बच्चों के लिए भटकाव के लिए इसमें कितना कुछ है । जब बच्चे पढ़ने बैठते हैं तो सिर्फ पढ़ते रहे इसके लिए एक उपाय है-टेलीविजन।जिसके के माध्यम से स्वयं प्रभा चैनल पर हर विषय पर स्टडी मटेरियल उपलब्ध है जो कि बिल्कुल नि:शुल्क है।
1. गणित विज्ञान की बात करें तो DTH पर स्वयंप्रभा चैनल संख्या 27, 28 दसवीं कक्षा के विज्ञान विषय के लिए है।
• चैनल संख्या 31 पर NCERT का पूरा पाठ्यक्रम उपलब्ध है,जो कि विज्ञान और गणित विषय के लिए है। JEEE तथा NEET की तैयारी के लिए चैनल संख्या 19, 20 21 और 22 जो कि19 biology ,20-केमिस्ट्री, 21 गणित, 22 फिजिक्स के लिए है।
1. स्वयं प्रभा चैनल को इंटरनेट पर भी देखा जा सकता है जिसका लिंक। Www.nic.in है
2. लिंक पर क्लिक करते ही explore आयेगा फ़िर 32 चैनल की लिस्ट खुलेगी।
3. screen archive पर जाएँ , सभी स्टडी मटेरियल उपलब्ध है।किसी भी विषय पर भी विडियो देखा जा सकता है।
• दूसरा महत्वपूर्ण स्रोत है e-pathshala जो कि भारत सरकार की वेबसाइट है। जिस पर एनसीआरटी की बुक सीनियर सेकेंडरी तथा स्कूली शिक्षा के लिए उपलब्ध है।
• अगला स्रोत है Khan Academy स्कूली शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विभिन्न वीडियो उपलब्ध है।
• करोना के इस दौर में यह सोच सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुए पंचायत स्तर पर विद्यार्थियों के लिए लगाया जा सकता है। ऐसे सुझाव प्रस्तुत किया गया।
• इसके पश्चात डॉ0 मोहन सिंह बिष्ट जी द्वारा वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए तनाव प्रबंधन पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। जिसे स्लाइड के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। प्रस्तुतीकरण बहुत ही रोचक लगा और आसानी से समझने वाला भी था।
• साथ ही एक बात समझ में आई कि तनाव की बात ज्यादा देर तक की जाए तो तनाव उत्पन्न होने की प्रबल संभावना रहती है जो कि वर्तमान में देखा जा सकता था।
• अंत में चर्चित मुद्दे corona के बारे में बताया गया कि पिछले चार-पांच महीनों से जो जानकारी मिल रही है, वैसे ही थी।जो काफी विस्तार से समझाया गया। बहुत कुछ सीखने को मिला और कक्षा से पलायन के कारण भी समझ आया। 1:00 बजे समाप्त होने वाली कार्यशाला 2:15 तक समाप्त हुई और हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मुंह पर मास्क लगाए वापस आ गए।
अगले 4 दिनों का आँखो देखा हाल यदि पढ़ना चाहें तो कमेंट में जरुर बताएं।धन्यवाद😊🙏